पूँजी सारी दी दहेज में, जली मगर फिर भी दुल्हन,
पुलिस और कानूनों के, ये इंतजाम का क्या होगा?
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पूँजी जिसके पास उसी के, हाथों में व्यापार सभी,
शोषित, पीड़ित, मजदूरों का, औ” किसान का क्या होगा?
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गुण्डों और डकैतों की तो, संसद रक्षा करती है,
है कानून खिलौना उनका, संविधान का क्या होगा?
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घर घर में ये मेघनाथ औ”, कुम्भकरण रावण देखे,
जितने रावण राम हों उतने, एक राम का क्या होगा?
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बेइमानों के हाथों में तो, जनता ने दे दी सत्ता,
बंदी, पीड़ित और उपेक्षित, इस ईमान का क्या होगा?
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पैसों से डिग्री मिल जाती, औ” आरक्षण से सर्विस,
बहुत पढ़ाई उसने की है, इंतिहान का क्या होगा?
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पुलिस और कानूनों के, ये इंतजाम का क्या होगा?
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पूँजी जिसके पास उसी के, हाथों में व्यापार सभी,
शोषित, पीड़ित, मजदूरों का, औ” किसान का क्या होगा?
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गुण्डों और डकैतों की तो, संसद रक्षा करती है,
है कानून खिलौना उनका, संविधान का क्या होगा?
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घर घर में ये मेघनाथ औ”, कुम्भकरण रावण देखे,
जितने रावण राम हों उतने, एक राम का क्या होगा?
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बेइमानों के हाथों में तो, जनता ने दे दी सत्ता,
बंदी, पीड़ित और उपेक्षित, इस ईमान का क्या होगा?
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पैसों से डिग्री मिल जाती, औ” आरक्षण से सर्विस,
बहुत पढ़ाई उसने की है, इंतिहान का क्या होगा?
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karari par marmik kya khen . mere biog ki nai post par svagat hae.
ReplyDeleteसच में क्या होने वाला है इन सब का ... अब तो भगवान ही मालिक है इन सबका ...
ReplyDeleteपिछले कुछ दिनों से अधिक व्यस्त रहा इसलिए आपके ब्लॉग पर आने में देरी के लिए क्षमा चाहता हूँ...
ReplyDeleteइन जलते सवालों से भरी अद्भुत रचना के लिए बधाई स्वीकारें.
नीरज
बेइमानों के हाथों में तो, जनता ने दे दी सत्ता,
ReplyDeleteबंदी, पीड़ित और उपेक्षित, इस ईमान का क्या होगा?
waah agrwal ji bahut hi yatharthvadi rachana....badhai
सार्थक और सामयिक पोस्ट, आभार.
ReplyDeleteबहुत सुंदर रचना इस रचना के लिए आभार " सवाई सिंह "
ReplyDeleteआपकी रचना में जितने भी सवाल है
ReplyDeleteशायद ही इनका जवाब इन नेताओ के पास होगा
और अगर ऐसा होता तो इस देश का कायापलट होने में
देर नहीं लगती ,,सबकुछ अच्छा होता...
बहुत ही बेहतरीन रचना....
पैसों से डिग्री मिल जाती, औ” आरक्षण से सर्विस,
ReplyDeleteबहुत पढ़ाई उसने की है, इंतिहान का क्या होगा?... sahi prashn
पैसों से डिग्री मिल जाती, औ” आरक्षण से सर्विस,
ReplyDeleteबहुत पढ़ाई उसने की है, इंतिहान का क्या होगा?
संविधान का क्या होगा ?एक ऊंचे पाए की विचार कविता है जो चुभती है सालती है .
बेइमानों के हाथों में तो, जनता ने दे दी सत्ता,
ReplyDeleteबंदी, पीड़ित और उपेक्षित, इस ईमान का क्या होगा?
bahut hi khoob soorat rachana .....yatharth ka darpan hai....abhar.
समसामयिक घटनाओ को झकझोरती कविता ! एक प्रश्न चिन्ह को इंगित ?
ReplyDeletesachmuch vicharneey sithti hai..
ReplyDeleteपैसों से डिग्री मिल जाती, औ” आरक्षण से सर्विस,
ReplyDeleteबहुत पढ़ाई उसने की है, इंतिहान का क्या होगा?
बहुत बढ़िया रचना,सुंदर अभिव्यक्ति,बेहतरीन पोस्ट,....
MY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: मै तेरा घर बसाने आई हूँ...
सार्थक सृजन, आभार.
ReplyDeleteवाह!!!!!!बहुत सुंदर रचना,अच्छी प्रस्तुति........
ReplyDeleteMY RECENT POST...काव्यान्जलि ...: यदि मै तुमसे कहूँ.....
पैसों से डिग्री मिल जाती, औ” आरक्षण से सर्विस,
ReplyDeleteबहुत पढ़ाई उसने की है, इंतिहान का क्या होगा?
सभी शेर सामयिक हैं, सच है...
ReplyDeleteपैसों से डिग्री मिल जाती, औ” आरक्षण से सर्विस,
बहुत पढ़ाई उसने की है, इंतिहान का क्या होगा?
अच्छी रचना के लिए बधाई.
माफ़ी चाहूंगी आप के ब्लॉग मे आप की रचनाओ के लिए नहीं अपने लिए सहयोग के लिए आई हूँ | मैं जागरण जगंशन मे लिखती हूँ | वहाँ से किसी ने मेरी रचना चुरा के अपने ब्लॉग मे पोस्ट किया है और वहाँ आप का कमेन्ट भी पढ़ा |मैंने उन महाशय के ब्लॉग मे कमेन्ट तो किया है मगर वो जब चोरी कर सकते है तो कमेन्ट को भी डिलीट कर सकते है |मेरा मकसद सिर्फ उस चोर के चेहरे से नकाब उठाने का है | आप से सहयोग की उम्मीद है | लिंक दे रही हूँ अपना भी और उन चोर महाशय का भी, इन्होने एक नहीं मेरी चार रचनाओ को अपने नाम से अपने ब्लॉग मे पोस्ट किया है
ReplyDeletehttp://div81.jagranjunction.com/author/div81/page/4/
http://kuchtumkahokuchmekahu.blogspot.in/2011/03/blog-post_557.html
कृपया मेरी १५० वीं पोस्ट पर पधारने का कष्ट करें , अपनी राय दें , आभारी होऊंगा .
Deleteबहुत खूब लिखा है इस रचना के लिए आभार
ReplyDeleteबहुत अच्छा लगा आपके ब्लॉग पर आकर..
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गुण्डों और डकैतों की तो, संसद रक्षा करती है,
ReplyDeleteहै कानून खिलौना उनका, संविधान का क्या होगा?
bilkul sahi aur samayik, badhai
kabhi mere blob me bhi aayen aur apni rai de aabhari rahunga.
ReplyDeletelink-http://kpk-vichar.blogspot.in